Motorola One Fusion+ vs Redmi Note 9 Pro Max: Cameras Comparison

मोटोरोला वन फ्यूज़न+ और रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स दोनों में पीछे की तरफ चार कैमरे हैं। इन दोनों डिवाइस पर कैमरा कॉन्फिगरेशन समान है: 64-मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर, 8-मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड-एंगल कैमरा, 5-मेगापिक्सल का मैक्रो कैमरा और 2-मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर। दोनों फोन डिफॉल्ट रूप से 16-मेगापिक्सल तस्वीरें लेते हैं। सेल्फी कैमरे थोड़े अलग हैं – Redmi Note 9 Pro Max (रिव्यू) में 16-मेगापिक्सल कैमरा है। वहीं, Motorola One Fusion+ (रिव्यू) में 32-मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है।
मुझे दोनो ब्रांड के कैमरा ऐप सरल लगे। इन ऐप्स में चुनने के लिए कई अलग-अलग मोड हैं, लेकिन हम इस तुलना में मूल परफॉर्मेंस पर फोकस करेंगे। दोनों फोन फोकस लॉक करने और सीन की पहचान करने में फास्ट हैं। दिन के उजाले में दोनों फोन अच्छी डिटेल को कैप्चर करने के लिए खुद से एचडीआर को सक्षम किया, लेकिन यहां रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स बेहतर शॉट लेने में कामयाब रहा, जबकि मोटोरोला वन फ्यूज़न+ ने आसमान को ज़रूरत से ज्यादा एक्सपोज़ किया। फोटो को ज़ूम करने पर हमें One Fusion+ की तस्वीर ज्यादा शार्प और बेहतर डिटेल वाली लगी। वाइड-एंगल कैमरे पर स्विच करने से दोनों फोन व्यापक क्षेत्र को कैप्चर कर सकते हैं। मोटोरोला वन फ्यूज़न+ ने एक्सपोज़र सही पाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन यहां रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स था, जिसने कुल मिलाकर बेहतर क्वालिटी दी।


क्लोज़अप के लिए Motorola One Fusion+ स्पष्ट विजेता था। इसमें कलर टोन सही आई, जबकि Redmi Note 9 Pro Max के शॉट में पीले रंग का टोन आया। दोनों फोन में डेप्थ अच्छी आती है।

दोनों फोन ने पोर्ट्रेट के साथ अच्छा काम किया और शॉट लेने से पहले आप ब्लर लेवल को सेट कर सकते हैं। हमने पाया कि दोनों कैमरा पोट्रेट के लिए अच्छे थे और एक जैसा परफॉर्म करते हैं, क्योंकि इनमें ऐज डिटेक्शन अच्छा होता है और बैकग्राउंड भी अच्छे से ब्लर होता है।

Motorola One Fusion+ और Redmi Note 9 Pro Max स्मार्टफोन पर 5-मेगापिक्सल के मैक्रो लेंस शामिल हैं और शूटिंग के दौरान आपको किसी सब्जेक्ट को बहुत करीब से कैप्चर करने के मौके देते हैं। हमें मोटोरोला वन फ्यूज़न+ में बेहतर मैक्रो शॉट्स देखने को मिले।

ये दोनों स्मार्टफोन कम रोशनी में ली गई तस्वीरों में नॉइस (छोटे-छोटे दानें) कंट्रोल करने में सक्षम थे। रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स ने हमें मोटोरोला वन फ्यूजन+ की तुलना में थोड़े ब्राइट और बेहतर डिटेल वाले शॉट्स दिए। नाइट मोड सक्षम होने पर दोनों स्मार्टफोन अपने कैमरा शटर को अधिक समय तक खुला रखते हैं, जिसकी वजह से तस्वीरें ब्राइट आती हैं। Redmi Note 9 Pro Max छाया में बेहतर डिटेल कैप्चर करता है। हालांकि इससे लिए गए शॉट्स में हमें एक अजीब सा लाल ह्यू देखने को मिला। जब हमने ज़ूम किया, तो मोटोरोला वन फ्यूज़न+ के शॉट्स बेहतर दिखे।


दोनों फोन कम रोशनी में अच्छे क्लोज़-अप को कैप्चर करने में विफल रहें, लेकिन रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स पर एआई ने रंगों को थोड़ा बढ़ा दिया, जिससे ऑब्जेक्ट अजीब लग रहे थे।

सेल्फी के लिए, दिन के उजाले और कम रोशनी दोनों में, Motorola One Fusion+ ने Redmi Note 9 Pro Max से बेहतर प्रदर्शन किया।


इन दोनों स्मार्टफोन में अधिकतम 4K रिजॉल्यूज़न में वीडियो रिकॉर्डिंग होती है और दोनों फुटेज को स्थिर करने के लिए EIS का उपयोग करते हैं। दिन के उजाले में 1080p पर शूटिंग करते समय, रेडमी नोट 9 प्रो मैक्स बेहतर स्थिरीकरण देता है। मोटोरोला वन फ्यूज़न+ ने फुटेज को ज़रूरत से ज्यादा शार्प किया और इसमें स्थिरीकरण भी उतना अच्छा नहीं था। 4K वीडियो के लिए हमने मोटोरोला वन फ्यूजन+ को बेहतर पाया। कम रोशनी में, Redmi Note 9 Pro Max ने Motorola One Fusion+ की तुलना में शानदार वीडियो रिकॉर्ड किया, लेकिन दोनों फोन की रिकॉर्डिंग में शिमर (टिमटिमाने वाला इफेक्ट) था।
Verdict
Motorola One Fusion+ और Redmi Note 9 Pro Max का रियर कैमरा सेटअप कैमरा की संख्या और उनके रिजॉल्यूशन के मामले में एक-दूसरे के बिल्कुल समान हैं। फर्क है तो केवल सेल्फी कैमरा में और इसमें कोई दोमत नहीं कि सेल्फी कैमरा के मामले में मोटोरोला फोन में शामिल 32-मेगापिक्सल पॉप-अप सेल्फी कैमरा रेडमी फोन में शामिल 16-मेगापिक्सल होल-पंच सेल्फी कैमरा से बेहतर है। इन दोनों स्मार्टफोन के रियर कैमरा सेटअप की परफॉर्मेंस लगभग एक समान है। दोनों ही स्मार्टफोन के रियर कैमरों में अपडेट के जरिए सुधार की गुंजाइश है।