Live Updates फीचर का इस्तेमाल उन ऐप्स में किया जा सकेगा, जहां एक्टिव स्टेटस की जानकारी देना जरूरी हो, जैसे कि नेविगेशन के दौरान ETA दिखाना, किसी कॉल के चलते रहने का स्टेटस, फूड डिलीवरी या कैब ट्रैकिंग जैसी चीजें। ये सारे अपडेट्स फोन की लॉक स्क्रीन पर नजर आएंगे, जिससे बार-बार फोन अनलॉक करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
Google का कहना है कि Maps जैसे ऐप्स अब होम स्क्रीन पर एक स्टेटस चिप के जरिए डायरेक्शन दिखा सकते हैं, जबकि लॉक स्क्रीन पर ट्रिप की प्रोग्रेस और नेक्स्ट स्टेप्स की जानकारी Live Updates के जरिए मिलेगी। इसका फायदा ये होगा कि यूजर किसी ऑनगोइंग ट्रांजैक्शन या ट्रैवल को लगातार मॉनिटर कर सकेंगे, बिना ऐप खोले।
हालांकि, गूगल ने यह भी साफ किया है कि डेवलपर्स को यह ध्यान रखना होगा कि Live Updates सिर्फ उन्हीं एक्टिविटीज के लिए दिखे जो यूजर द्वारा मैनुअली ट्रिगर की गई हों और जिनमें यूजर का लगातार अटेंशन जरूरी हो।
साथ ही, इस फीचर का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए गूगल ने कुछ रूल्स भी जारी किए हैं। इसके तहत, Live Updates को ऐड्स, प्रमोशन, चैट मैसेज, अपकमिंग कैलेंडर इवेंट्स या अलर्ट्स के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ऐसे केस में स्टैंडर्ड नोटिफिकेशन, क्विक सेटिंग टाइल्स या ऐप विजेट्स को यूज करना होगा।
गूगल ने कुछ एक्सेप्शंस भी बताए हैं। जैसे अगर कोई यूजर फ्लाइट या कॉन्सर्ट टिकट पहले से खरीदता है, तो Live Updates ट्रिगर किए जा सकते हैं, लेकिन सिर्फ तब जब इवेंट का टाइम बेहद करीब हो।