इस वीडियो ने सभी को चौंका दिया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर यही सवाल उठ रहा है कि Apple ने इतनी पतली बॉडी में इतनी स्ट्रेंथ कैसे दी? हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने इस बार एक नया मेटल फ्रेम डिजाइन किया है जिसमें एल्यूमिनियम और टाइटेनियम का कॉम्बिनेशन यूज किया गया है। साथ ही, अंदर की इंटरनल स्ट्रक्चर को भी नए तरीके से रिइंजीनियर किया गया है ताकि फ्लेक्स या टूटने जैसी दिक्कत न आए।
वीडियो में दिखाई देता है कि बेंड टेस्ट केवल दो हाथों से ही नहीं, बल्कि टेबल का सहारा लेकर भी किया गया। टिप्सटर ने आधे फोन को टेबल पर रखा और आधे फोन को हवा में रखते हुए उसपर पूरा जोर लगाया, जिससे उसमें फ्लेक्स आया, लेकिन कोई डैमेज नहीं हुआ। यह इशादा देता है कि iPhone 17 Air पतला होने के बावजूद मजबूत होगा।
2014 में iPhone 6 Plus के समय Apple को ‘Bendgate’ कॉन्ट्रोवर्सी का सामना करना पड़ा था, जब कई यूजर्स ने फोन के आसानी से मुड़ने की शिकायत की थी। शायद उसी फीडबैक को ध्यान में रखते हुए इस बार कंपनी ने लॉन्च से पहले ही एक प्रोटोटाइप के जरिए यह दिखा दिया कि नई iPhone लाइनअप मजबूती में कोई समझौता नहीं करेगी।
iPhone 17 Air को सितंबर 2025 में बाकी iPhone 17 मॉडल्स के साथ लॉन्च किया जाना है। अगर लॉन्च वर्जन भी बेंड टेस्ट में ऐसा ही परफॉर्म करता है, तो यह Apple के लिए एक नया बेंचमार्क सेट कर सकता है, खासतौर पर अल्ट्रा-स्लिम डिजाइन और मजबूती के बीच बैलेंस के मामले में।
हाल ही में iPhone 17 Air की बैटरी कैपिसिटी की जानकारी लीक हुई थी। Galaxy S25 Edge में मौजूद 3,900mAh की बैटरी की तुलना में अपकमिंग iPhone में 2,800mAh की बैटरी मिल सकती है। हालांकि, बैटरी बैकअप सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन के ऊपर भी निर्भर करता है, जिसका उदाहरण हम कुछ Pixel मॉडल्स से ले सकते हैं, जहां कम कैपेसिटी के बावजूद अच्छा बैकअप देखने को मिलता है।