Google के मुताबिक, अब ऐप्स यूजर के फोन का एंड्रॉयड वर्जन देखकर अलग-अलग तरह से बिहेव करेंगी। Android 13 या उससे ऊपर वाले डिवाइसेज को मिलेगा नया प्रोटेक्शन और बेहतर परफॉर्मेंस, जबकि पुराने सिस्टम पर चलने वाले फोन में ऐप्स का क्रैश होना, फीचर्स बंद होना, या ऐप्स का पूरी तरह न चल पाना आम हो सकता है।
Google का कहना है कि अभी भी 50% से ज्यादा एक्टिव यूजर्स Android 12 या उससे पुराने वर्जन पर हैं और यही लोग अब सबसे बड़े खतरे में हैं। क्योंकि Android 12 और 12L अब end-of-life स्टेटस में पहुंच चुके हैं। इसका मतलब यह है कि इन वर्जनों को अब कोई भी सिक्योरिटी पैच नहीं मिलेगा, जिससे यूजर्स साइबर अटैक्स का आसान टारगेट बन सकते हैं।
नया Play Integrity सिस्टम खासतौर पर उन ऐप्स के लिए सख्त होगा जो फाइनेंस, बैंकिंग या सेंसिटिव डेटा से जुड़ी होती हैं। ऐसे ऐप अब यह चेक करेंगे कि यूजर का फोन पिछले 12 महीनों में सिक्योरिटी अपडेट पा चुका है या नहीं। अगर नहीं, तो मनी ट्रांसफर, पेमेंट या लॉगइन जैसे ऑप्शन बंद हो सकते हैं।
अब सवाल उठता है कि क्या बहुत देर हो चुकी है अपडेट करने के लिए? तो जवाब है ‘नहीं’, लेकिन वो दिन बहुत करीब है कि पुराने Android यूजर्स नए हैंडसेट में स्विच होने पर मजबूर हो सकते हैं। कुछ ब्रांड अपने फोन के लिए खुद सिक्योरिटी पैच दे सकते हैं, लेकिन ये हर कंपनी पर डिपेंड करता है और हमेशा भरोसेमंद नहीं होता। अगर आपका फोन Android 13 या उससे ऊपर को सपोर्ट करता है, तो तुरंत सिस्टम अपडेट करें।